सुभाष पटेल
जुलवानिया / अंग्रेजों के क्रूर शासन के खिलाफ बिगुल फूंकने वाले महान स्वतंत्रता सेनानी, आदिवासी समाज के रक्षक, आदिवासी महानायक, ‘धरती आबा’ भगवान बिरसा मुंडा जी के बलिदान दिवस पर उन्हें नमन किया।
भगवान बिरसा मुंडा जी का उलगुलान (विद्रोह) हमें याद दिलाता है कि जल, जंगल,जमीन पर पहला हक हमारे आदिवासी भाई-बहनों का है। देश और समाज के लिये उनका बलिदान सदैव हम सबको मार्ग दिखाता रहेगा जयस टीम ने आज बिरसा मुंडा जी को आदर्श मानकर आदिवादियों के हक अधिकार के लिए लड़ना है जल जंगल और जमीन के लिए लड़ते हुए बिरसा मुंडा जी शाहिद हुवे 25 वर्ष की उम्र में अंग्रेजों को भारत की धरती से खदेड़ा आदिवासियों को उनकी जमीन दिलाने में बिरसा मुंडा ने महान कार्य किया ऐसे महापुरुष को नमन पूरे आदिवासी समाज को बिरसा मुंडा जी के कार्यों को लेकर उनके मार्गदर्शन में काम करने का संकल्प लिया पूरी जयस टीम ने भगवान बिरसा मुंडा जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और उनको नमन किया जिसमें उपस्थित विनोद डावर जयस जिला मीडिया प्रभारी बड़वानी, छगन बरडे जयस कार्यकर्ता, ओर टेमला मातमुर सलीकला के जयस साथी,आदि कार्यकर्ता शामिल हुवे और बिरसा मुंडा जी को नमन किया
