विगत वर्षों की प्रारंभिक परीक्षा में CSAT के प्रश्नों का स्तर ऊँचा देखने को मिल रहा है। अभ्यर्थियों को प्रश्न हल करने में कठिनाई भी हो रही है। इस प्रश्नपत्र को क्वालीफाई करना चुनौती बनता जा रहा है। इस समस्या पर विस्तार से बात करने के लिए आज हमारे साथ हैं संस्कृति IAS Coaching के मैनेजिंग डायरेक्टर श्री अखिल मूर्ति सर।

श्री अखिल मूर्ति- विगत दो दशक से सिविल सेवा अभ्यर्थियों के बीच वैकल्पिक विषय इतिहास और सामान्य अध्ययन के पाठ्यक्रम में सम्मिलित इतिहास के विभिन्न खंडों के अध्यापन के लिये देश भर में सर्वाधिक लोकप्रिय एवं भरोसेमंद नाम है। अपनी सहज अध्यापन शैली के माध्यम से इतिहास और कला-संस्कृति जैसे जटिल प्रकृति वाले विषयों को भी विद्यार्थियों के लिये अत्यंत सहज बना देते हैं। सर वर्तमान में संस्कृति IAS में पढ़ा रहे हैं, जिसके सर प्रबंध निदेशक भी हैं।
संस्कृति IAS Coaching देश की सर्वश्रेष्ठ संस्था है, जिसका श्रेय यहाँ पढ़ा रहे अध्यापकों को जाता है। चूँकि इस संस्था में पढ़ाने वाला केवल एक नहीं हर अध्यापक है श्रेष्ठ। यही कारण है कि संस्कृति IAS देश की सर्वाधिक चयन देने वाली संस्था है।
सर ने CSAT की तैयारी के टिप्स साझा करने से पूर्व इसके पाठ्यक्रम की चर्चा की-
सर ने कहा कि इस प्रश्न-पत्र की तैयारी आरम्भ करने से पूर्व अभ्यर्थियों को आयोग द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम अवश्य देख लेना चाहिए, जो बिन्दुवार इस प्रकार है-
- बोधगम्यता
- तार्किक एवं विश्लेषणात्मक क्षमता
- निर्णयन क्षमता और समस्या समाधान
- सामान्य मानसिक योग्यता
- आधारभूत गणना (संख्याएं और उनके संबंध, विस्तार क्रम आदि- दसवीं कक्षा का स्तर)
- आंकड़ों का विश्लेषण (चार्ट, ग्राफ, तालिका, आंकड़ों की पर्याप्तता आदि – दसवीं कक्षा का स्तर)
संस्कृति IAS Coaching के मैनेजिंग डायरेक्टर श्री अखिल मूर्ति सर ने CSAT की तैयारी के टिप्स साझा किए हैं, जिसे बिन्दुवार नीचे लिखा है-
- इस प्रश्न-पत्र में बोधगम्यता (Comprehension) से लगभग एक-तिहाई प्रश्न पूछे जाते हैं, जिसे पढ़कर समझना एक कला है। इन प्रश्नों के सही होने की दर बढ़ाई जा सकती है, यदि-
- अभ्यर्थी पढ़ने (रीडिंग) की आदत विकसित कर लें, उदाहरण के लिए पत्रिकाएँ, सम्पादकीय आदि पढ़ें।
- लेख से संबंधित प्रश्नों को हल तब तक न करें, जब तक उसे ठीक से समझ न लें।
- लेख का अधिक से अधिक अभ्यास इन प्रश्नों में लगने वाले समय को कम कर देता है।
- तार्किक, विश्लेषणात्मक एवं निर्णयन क्षमता और समस्या समाधान के अधिक से अधिक विगत वर्षों के प्रश्नों को हल करें, जो आपको भावी प्रश्नों की समझ देंगे।
- आंकड़ों का विश्लेषण बेहद आसान होता है बशर्ते इसकी एक बार तकनीकी जटिलताएँ समझ लें।
- बड़ी संख्या में अभ्यर्थी गणित के प्रश्नों से दूर भागते हैं। जबकि प्रश्नों का स्तर ज्यादा जटिल नहीं होता है। प्रश्न कक्षा 10वीं तक के सामान्य स्तर के होते हैं। बड़ी संख्या में प्रश्न ऐसे होते हैं जिनमें कोई सूत्र आदि के प्रयोग की आवश्यकता नहीं होती है। ये सामान्य समझ से भी हल हो जाते हैं। अतः प्रश्नों का अभ्यास करें एवं 10वीं तक के कुछ सामान्य सूत्र याद कर लें।
सर ने CSAT के पाठ्यक्रम एवं इसके टिप्स को साझा किया है। सर द्वारा सुझाए गए टिप्स निश्चित रूप से CSAT में आपकी पकड़ मजबूत करेंगे।
