सुभाष पटेल
बड़वानी / हमारा देश त्योहारों का देश है। भारत की परम्पराएँ प्राचीन और उत्कृष्ट हैं। प्रत्येक त्योहार खुशियों और उत्साह के साथ ही रोजगार के अवसर लेकर भी आता है। हर त्योहार पर विशिष्ट सामग्री की आवश्यकता होती है। दीपावली के अवसर पर प्रयुक्त होने वाली सज्जा की वस्तुओं को आपने अपनी कलात्मक सोच के साथ सुंदर और आकर्षक ढंग से तैयार किया है। इसे बड़े पैमाने पर तैयार करके आजीविका का आधार बनाइये। करियर सेल ने विद्यार्थियों की कलात्मक प्रतिभा को निखारने का प्रशंसनीय कार्य किया है।
ये बातें प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ़ एक्सीलेंस शहीद भीमा नायक शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, बड़वानी की प्राचार्य डॉ. वीणा सत्य ने स्वामी विवेकानंद कॅरियर मार्गदर्शन प्रकोष्ठ द्वारा संचालित की गई अल्पावधि रोजगारोन्मुखी बहुआयामी कला-कौशल प्रशिक्षण कार्यशाला के प्रशिक्षुओं द्वारा दीपावली के त्योहार को ध्यान में रखते हुये बनाई गई एक से बढ़कर एक कलात्मक वस्तुओं का अवलोकन करते हुये कहीं। इन कलाकृतियों की इन्द्रधनुषी छ्टा देखते ही बनती है। इस अवसर पर डॉ. मीनाक्षी पँवार, डॉ. के. एस. बघेल, डॉ. अभिलाषा साठे, डॉ. दिनेश परमार उपस्थित थे।
इन्होंने दिया था प्रशिक्षण
कलात्मक वस्तुएं बनाने का प्रशिक्षण धीरज सगोरे, प्रीति गुलवानिया, वर्षा मुजाल्दे और डॉ. मधुसूदन चौबे ने दिया था। इस दौरान आर्ट एंड क्राफ्ट, मधुबनी पेंटिंग, पिथौरा पेंटिंग, स्टोन आर्ट, प्लास्टिक बोतल आर्ट, स्टिक आर्ट आदि सिखाया गया।
ये बनाई कलाकृतियाँ
प्रीति गुलवानिया और वर्षा मुजाल्दे ने बताया कि सौ विद्यार्थियों ने दीपावली के त्योहार के अनुकूल कलात्मक वस्तुओं का निर्माण किया। इन कलाकृतियों में सुसज्जित दीपक, दीपक स्टेंड, झूमर, दीवार सज्जा सामग्री, शुभ-लाभ पट्टिकाएं, केमल दीप स्टेंड, फ्लोवर दीप स्टेंड, वाल हेंगिंग, मयूर दीपक, कंदील, फूलों का चार्ट, तोरण आदि देखते ही बनते हैं।
इन्होंने दिखाई कला
श्रुति सेन, अनुष्का शर्मा, देवप्रिया चौहान, सारा मंसूरी, दीक्षा कुशवाह, हर्षिता राठोड़, ब्राह्मी राठोड़, समर्पण सेन, अश्विनी जाधव, सलोनी मुजाल्दा, खुशी अग्रवाल, रीतिका मुकाती, अर्नी गुप्ता, रोहित राठोड़, पूजा गुप्ता, आरती धनगर, खुशबू चौहान, हंसा धनगर, अश्मिता हम्मड़, शैली सोनी, संतोषी बामनिया, तमन्ना गोथले, हर्षिता चौहान, भोलू बामनिया, सुहानी जमरे, आरती सोलंकी, कविता सोलंकी, मुस्कान चौहान, प्रतिभा यादव, भावना वास्केल, आयुषी राठोड़, मनीषा सोलंकी सहित सौ छात्र-छात्राओं ने अपनी कला का प्रदर्शन किया।
सहयोग सुरेश कनेश, संजु डोडवा, शिवानी चौहान, अनीता जाधव, बादल धनगर, निर्मला डावर, दिव्या जमरे, कन्हैया लाल फूलमाली और डॉ. मधुसूदन चौबे ने किया।
